Wednesday, March 15, 2017

जब कभी

जब कभी
घर में 
पार्टीज
या
फंग्शन
का
आयोजन 
होता है। 
गिफ्ट्स का
बस 
संकलन
होता है। 
इसी 
बहाने 
गिफ्ट्स 
के जरिए 
सिवाय
माता पिता 
के
चाचा मामा
चाची मामी
बुआ मौसी
दादा नाना
दादी नानी
का
मूल्यांकन 
होता
है। 
ना
जाने
क्यों 
इन
विचारों का
मन मे 
अंकन
होता
है।

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