dil ke darwaje khol diya maine
fir kisi mehma'N ki nikasi hai
jis mukam me pahuch gaya
ab sirf ek tanha si udasi hai
fir kisi mehma'N ki nikasi hai
jis mukam me pahuch gaya
ab sirf ek tanha si udasi hai
कितनी हसरत है दिल कि दास्ताँ लिख दूँ,
अपने अधूरे से सफर मे एक मकाँ लिख दूँ.
कोई छू ले अयान मेरे ठहरे हुए समुंदर को.
ऊठी हलचल को मै एक बार जवाँ लिख दूँ.
अपने अधूरे से सफर मे एक मकाँ लिख दूँ.
कोई छू ले अयान मेरे ठहरे हुए समुंदर को.
ऊठी हलचल को मै एक बार जवाँ लिख दूँ.
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