Tuesday, January 14, 2014

संवाद


संवाद
संवादों के ना होने से
            गलतफैमियाँ घर करती है.
माना संवादों का वैभव है
            जीवन का हर रिस्ता नाता
जो इनको समझे यहाँ पर
            वो रिस्तों को निभा पाता
रिस्तों को बाँध लिया जो
            वो सफल व्यक्ति कहलाता है
संवादो की भाव भंगिमा
            दुविधायें मन की हरती है.....
जीवन यापन करना यारो
            कहाँ सरल होता जीवन में
 जीवन है संग्राम यथावत
            ना समझे खोता जीवन में
संवादहीनता का प्रभाव
            रिस्तों में  दूरी को गढता है
संवादों से जो खुश रहता
            मँजिल की सीढी चढता है
संवादों से गतिशील ये नभ है
            संवादों से चलती धरती है..
अनिल अयान श्रीवास्तव,सतना.
९४०६७८१०४०
            

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