लफ्ज़-ऐ-अनिल अयान

अनिल अयान की प्रातिनिधि गज़लें

Saturday, August 6, 2011

sachche dost ki khatir

Posted by anil ayaan shrivastava at 7:34 PM No comments:
Email ThisBlogThis!Share to XShare to FacebookShare to Pinterest
Newer Posts Older Posts Home
Subscribe to: Posts (Atom)

My Blog List

Popular Posts

  • मै अपने दिल की रामकहानी लिखता हूं।
    मै अपने दिल की रामकहानी लिखता हूं।  अपनी पलकों से बहता पानी लिखता हूं।  कविता मेरे अंतर्मन की परिभाषा है।  कविता मेरे सपनों की अभिलाषा है। ...
  • मै निरुत्तर रहा।
    मै निरुत्तर रहा।  मै कुछ ना कहा।  चाहे हो खुशी या या गहरा सा गम चाहे हो तपन या। चाहे घनघोर तम लहरों के विपरीत  मै हरदम ही बहा।  जो ये थी रु...
  • नाज़ुक याराना
    कभी किसी के यकीन को आजमाना नही... किसी याराना को तुम कभी भुलाना नही...  रिस्ते की डोर है बहुत ही  नाज़ुक अयान ... इसमे कोई गाँठ तुम कभी लग...
  • सुकूँ है कहाँ मुझको बता दीजिये.
    सुकूँ है कहाँ मुझको बता दीजिये. हर तरफ नफरतों का घनघोर तम सूर्य बनकर इसको हटा दीजिये रोशनी दीजिये और ऊष्णता दीजिये द्वेष की खाइयों को पटा द...
  • कमजोर रिस्ते
    वख्त के साये कुछ घने से है कुछ हाथ खून मे सने से है बहुत कमजोर रिस्ते अयान बडप्पन मे सर तने से है
  • chalo chale us paar....
    ab chalo chale us paar.....      toofaa me navik aur patwar.. SAB KAHTE HAI DOOR TAK ANDHIYARA HAI. INSANO KO INSAANO NE HI MAARA H...
  • गीत -०४ नेता लूट रहे है देश -अनिल अयान ,सतना
    गीत -०४ नेता लूट रहे है देश                      -अनिल अयान ,सतना सब कुछ बना विशेष नेता लूट रहे है देश संसद जैसे मंदिर को बना दिया है ...
  • गीत -०५ आन्शुओं का महल .... अनिल अयान
    गीत -०५ आन्शुओं का महल .... अनिल अयान आन्शुओं ने गढ़ा ज़िन्दगी का महल लाख कोशिश करूँ टूटता ही नहीं . वख्त ने जो छुड़ाया है दामन ...
  • (no title)
  • कमजोरों को सुनता कौन।
    कमजोरों को सुनता कौन। मीठे सपनों को बुनता कौन। बलिहारी है पीर पराई। जमते आंसू गहरी खाई। अपने मे सभी है लीन। खारा पानी प्यासी मीन। दर्द छ...

Popular Posts

  • मै अपने दिल की रामकहानी लिखता हूं।
    मै अपने दिल की रामकहानी लिखता हूं।  अपनी पलकों से बहता पानी लिखता हूं।  कविता मेरे अंतर्मन की परिभाषा है।  कविता मेरे सपनों की अभिलाषा है। ...
  • मै निरुत्तर रहा।
    मै निरुत्तर रहा।  मै कुछ ना कहा।  चाहे हो खुशी या या गहरा सा गम चाहे हो तपन या। चाहे घनघोर तम लहरों के विपरीत  मै हरदम ही बहा।  जो ये थी रु...
  • नाज़ुक याराना
    कभी किसी के यकीन को आजमाना नही... किसी याराना को तुम कभी भुलाना नही...  रिस्ते की डोर है बहुत ही  नाज़ुक अयान ... इसमे कोई गाँठ तुम कभी लग...
  • सुकूँ है कहाँ मुझको बता दीजिये.
    सुकूँ है कहाँ मुझको बता दीजिये. हर तरफ नफरतों का घनघोर तम सूर्य बनकर इसको हटा दीजिये रोशनी दीजिये और ऊष्णता दीजिये द्वेष की खाइयों को पटा द...
  • कमजोर रिस्ते
    वख्त के साये कुछ घने से है कुछ हाथ खून मे सने से है बहुत कमजोर रिस्ते अयान बडप्पन मे सर तने से है
  • chalo chale us paar....
    ab chalo chale us paar.....      toofaa me navik aur patwar.. SAB KAHTE HAI DOOR TAK ANDHIYARA HAI. INSANO KO INSAANO NE HI MAARA H...
  • गीत -०४ नेता लूट रहे है देश -अनिल अयान ,सतना
    गीत -०४ नेता लूट रहे है देश                      -अनिल अयान ,सतना सब कुछ बना विशेष नेता लूट रहे है देश संसद जैसे मंदिर को बना दिया है ...
  • गीत -०५ आन्शुओं का महल .... अनिल अयान
    गीत -०५ आन्शुओं का महल .... अनिल अयान आन्शुओं ने गढ़ा ज़िन्दगी का महल लाख कोशिश करूँ टूटता ही नहीं . वख्त ने जो छुड़ाया है दामन ...
  • (no title)
  • कमजोरों को सुनता कौन।
    कमजोरों को सुनता कौन। मीठे सपनों को बुनता कौन। बलिहारी है पीर पराई। जमते आंसू गहरी खाई। अपने मे सभी है लीन। खारा पानी प्यासी मीन। दर्द छ...

हमारीवाणी

www.hamarivani.com

हमारीवाणी

www.hamarivani.com

Feedjit

लिखिए अपनी भाषा में

Facebook Badge

Jindgi ek haseen safar hai dosto

Promote Your Page Too

Facebook Badge

Poet anil ayaan shrivastava

Promote Your Page Too

Facebook Badge

Anil Ayaan Shrivastava | Create Your Badge

Facebook Badge

Anil Ayaan Shrivastava | Create Your Badge

ब्लॉग भविष्यफल

विजेट आपके ब्लॉग पर

शब्दकोश (Dictionary)

Nawya.in

Nawya

लिखिए अपनी भाषा में

Followers

Blog Archive

  • ►  2017 (10)
    • ►  May (2)
    • ►  March (8)
  • ►  2015 (13)
    • ►  October (13)
  • ►  2014 (5)
    • ►  March (1)
    • ►  February (2)
    • ►  January (2)
  • ►  2013 (12)
    • ►  November (3)
    • ►  September (1)
    • ►  August (1)
    • ►  March (7)
  • ►  2012 (18)
    • ►  November (1)
    • ►  May (17)
  • ▼  2011 (6)
    • ►  November (1)
    • ►  October (2)
    • ▼  August (1)
      • sachche dost ki khatir
    • ►  July (1)
    • ►  June (1)

About Me

My photo
anil ayaan shrivastava
View my complete profile
Awesome Inc. theme. Powered by Blogger.